हर तरफ शान्ति है मायूसी हे,
मै हू की उसमे भी ख़ुशी तलाश कर रहा,
पर नहीं हो पाया खुश,
कहा से हो पाता...
मायूसी से भरे समन्दर मे ख़ुशी जो तालाश कर रहा था...
उस आने वाले ख़ुशी की तलाश मे
आज की ख़ुशी पर ताला लगा दीया था...
धड़कन रुक सी गई थी ऐसा महसूस होने लगा था...
समां भी थम सा गया था,
वीरान सा था चारो तरफ..
फिर भी निकल पड़ा ख़ुशी की तलाश मे,
उसी समन्दर की तरफ जहां शायद ही मिले वो...
देखते है क्या हे वहाँ??
कहा से हो पाता...
मायूसी से भरे समन्दर मे ख़ुशी जो तालाश कर रहा था...
उस आने वाले ख़ुशी की तलाश मे
आज की ख़ुशी पर ताला लगा दीया था...
धड़कन रुक सी गई थी ऐसा महसूस होने लगा था...
समां भी थम सा गया था,
वीरान सा था चारो तरफ..
फिर भी निकल पड़ा ख़ुशी की तलाश मे,
उसी समन्दर की तरफ जहां शायद ही मिले वो...
देखते है क्या हे वहाँ??
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